हे जननी जन्मभूमी माँ शत्-शत् नमन करता हूँ... हे जननी जन्मभूमी माँ शत्-शत् नमन करता हूँ...
अबला नकाब छोड़ कर स्वयं रण चण्डी का अवतार ले, अबला नकाब छोड़ कर स्वयं रण चण्डी का अवतार ले,
खुश नही हूं... खुश नही हूं...
वह जो रंग - बिरंगे बैलूनों को बाँधे हुए अपने डंडे में समय से पहले ही बचपन को अलव वह जो रंग - बिरंगे बैलूनों को बाँधे हुए अपने डंडे में समय से पहले ही ...
तेरे ना होने का इंतजार भी नही है, पर अब उदास नहीं हूं मैं! तेरे ना होने का इंतजार भी नही है, पर अब उदास नहीं हूं मैं!
जीवन का श्रोत है नारी, जीवन से ओत-प्रोत है नारी। जीवन का श्रोत है नारी, जीवन से ओत-प्रोत है नारी।